SUNDAR SE KAVITA
Haii friends आज के blog में एक छोटी सी,सुन्दर सी कविता ,उम्मीद है इसे भी आप तेह दिल से पसंद करेंगे। कविता का शिर्षक है सुन्दर सी कविता।
मुझ पर तो किसी और कि खुमारी चढ़ी रहती है ,में क्या लिखूंगी कविता
लिखना भी चाहूंगी ,तो लिख नहीं पाऊँगी ,क्योकि मुझे तुम्हारी याद से ही फुरसत कहा ,
कुछ देर तुम्हे भुलु तो ?,कुछ लिख भी पाउ , पर ऐसा होता नहीं, कुछ देर ,तुम्हे भुलु
और लिख सकु में कविता ,
अब बताओ ,क्या इलाज़ है इस मर्ज़ का ,जो तुम्हे भुला जाऊ में कुछ देर ,
और लिख पाऊ एक सुन्दर से कविता ,एक सुन्दर सी कविता।
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