Hello friends आज फिर में अपना एक और blog लिखने जा रही हुँ। जो विवाह से संबधित है। आज मैने अपने साथियो द्वारा एक बात सुनी। एक युवक और युवती को घर से भागकर विवाह करना पड़ा। क्योकि उनका समाज उन्हें यह इजाजत नहीं देता था ,की वो एक गाँव के है। और शादी करे।
आप भी आए दिन।, ऐसी खबरे खुब सुनते होंगे। कभी किसी विशेष धर्म के कारण ,या किसी विशेष जाति के कारण विवाह होना सम्भव नहीं होता। जिसके कारण युवक और युवती घर से भाग कर शादी करते है।
परन्तु हद तो तब हो जाती है। जब बच्चों के parents ही बच्चों का साथ ,देने के बजाय उनके खिलाफ हो जाते है। और यह कह देते है। तुम्ने हमारी नाक कटवा दी है। यदि तुम हमे कही दिखे तो हम तुम्हे गोली मरवा देंगे। और सच में कई लोग तो मरवा भी देते है। आपने सुना होगा तमाम news channelo पर।
मुझे समझ में नहीं आता आखिर, ऐसा कोन सा गुनाह या पाप किया है। इन लोगो ने जिसके लिए आप इन्हे गोली से मरवा देंगे। आपको किसने हक़ दिया है। किसी की जान लेने का ,सिर्फ अपनी मर्जी से अपनी ,शादी ही तो कर रहे है। भागने पर तो इन्हें मज़बूर किया आपने ,यदि आप अपनी मर्जी से विवाह करा देते ,तो क्यों भागते बेचारे।
और देखिये ,जो लोग इस बात का समर्थन कर रहे थे। कि इन्हे गोली से मरवा दिया जानी चाहिए। वो किसी पुरानी पीढ़ी के लोग नहीं थे। कि जिनकी सोच को बदला ना जा सके। कुछ मेरे जैसे ही युवा साथी थे जो इस बात का समर्थन कर रहे थे। और जब मैने उन्हें कुछ समझाने की कोशिश करी तो। किसी तरह उन लोगो नै मुझे ही गलत ठहरा दिया।
आप बताइए ,क्या किसी लड़के या लड़की को ,शादी जैसे पवित्र बंधन में बंधने के लिए ,यह आवश्यक नहीं है की वर और वधु उसकी पसंद से हो। आखिर पुरी जिंदगी उन्होंने ,उस इंसान के साथ गुजारनी है कैसे जिंदगी गुजारेंगे यदि वो रिश्ता ,उनकी पसंद से नहीं है तो ?
हम सब प्रेम से परिपूर्ण picture ओ को तो बड़ा enjoy करते है। पर उस सोच को कब अपनाएंगे जब हम हर एक युवक और युवती को हक़ देंगे की वो अपनी मर्जी से विवाह कर सके।
आखिर क्यों हमे ऐसी खबरे सुने को मिलती है। की कोई युवक और युवती यदि अपनी मर्जी से विवाह करता है चाहे किसी और religion से हो, या किसी विशेष समाज के अन्दर ,आखिर क्यों उन्हें ऐसी धमकी दी जाती है खाप पंचायतो द्वारा की हम तुम्हे गोली मरवा देंगे। तुमने बहुत गलत काम किया है हमारी इज्जत ताक पर रख दी है। आखिर क्या है यह सब ?आखिर ऐसा कौन सा गुनाह किया है जिसके लिए उन्हें गोली मार दी जाये। ? क्या किसी का बलात्कार किया है ?या किसी का मर्डर किया है?जिसके लिए उन्हें गोली मार दी जाये ?सिर्फ की है अपनी मर्जी से शादी ,अपना life partner ही तो खुद चुना है जिसके साथ उन्हें जिंदगी बितानी है आखिर क्या है यह सब?कब हम सब कब , इस छोटी सोच से बहार निकलेंगे।
हम सब की भलाई इसी में है ,कि हम सब अपने बच्चो को ये हक़ दे की वो अपनी जिन्दगी के फैसले खुद ले।यदि उसमे वह नाकामयाब हो भी गए, तो जिंदगी भर आपको नहीं कोसेंगे। की आपने मेरी शादी इससे कराई ,और मेरी जिन्दगी खराब कर दी। और इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है, जो रिश्ता आप चुने वह सही ही हो ,और वो जिंदगी भर उस रिश्ते में सुखी ही रहेंगे। बल्कि वो रिश्ता तो झेलना उनके लिए एक मजबूरी है जिसमे आपने उन्हें जबरदस्ती बांध दिया है आप बच्ये के माँ -बाप है उसकी ख़ुशी चाहते है तो उसे ,उस रास्ते को चुनने में मदद कीजये जिसमे वह खुश रह सके और आप भी। माँ बाप की तो ख़ुशी ही बच्चो की ख़ुशी में होती है। नहीं तो,आपका बेटा या बेटी जिन्दगी भर आपको भी ,कोसेंगे। और उस इंसान को भी जिससे आपने उसकी जबरन शादी करा दी है। सोचो आखिर उस लड़का या लड़की का कसूर क्या है ? जिस रिश्ते में आपने उसे जबरदस्ती बाँधा है
एक साथ दो -तीन जिन्दगिया बरबाद कर देंगे। और फिर रोते रहेंगे,कि मेरे बच्चे पहले जैसे नहीं रहे.
अब हम 21 वी शताब्दी में जी रहे है। कम से कम अपने पूर्वजो से ही ,कुछ सीख ले। जिन्होंने उस समय पर भी माता सीता को वर चुनने की स्वंत्रता दी थी।
यह दुःख तब और बढ़ जाता है। जब कोई युवा लड़का या लड़की इस तरह कि बात करते है। कि उस प्रेमी जोड़ी को गोली मार देनी चाहिए। आप तो युवा सोच हो। आपको दुनिया की सोच बदलनी है। अगर आप ऐसा सोचेंगे ,तो कौन इस सोच को बदलेगा।
please इस छोटी सोचो से बहार निकले।
आगे आइए सोच बदलिये ,भारत बदलिये
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